जानिए भारत पर कोरोना वायरस का कितना असर हुआ?

जानिए भारत पर कोरोना वायरस का कितना असर हुआ?

सेहतराग टीम

कोरोना की वजह पूरी दुनिया दहशत में है। यह इसलिए क्योंकि इसकी वजह से विश्व में रोजाना तकरीबन हजारों लोगो की मौत हो रही है। लगातार बढ़ रहे मरीज सभी को चिंता में डाल ही रहें है वही इसका अभी तक इलाज ना मिल पाना भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। इलाज ना होने की वजह इससे छुटकारा पाने के लिए सिर्फ एक ही साधन है वह है अपनी रक्षा खुद से करना। दरअसल इस वायरस से बचने के लिए लोगों को एक दूसरे से दूर रहना, मॉस्क पहनना और हाथ को सैनेटाइजर से धोना ही इसका मुख्य बचाव है। इसी वजह से बढ़ते कोरोना के प्रभाव के साथ-साथ मास्क और सैनेटाइजर की कीमतों में भी भारी उछाल आ गया है और हो भी क्यों ना क्योंकि कोरोना वायरस से लोगों की हद तक रक्षा यही कर रहा है। वहीं इसके बढ़ते मरीजों को देखकर लोगों में डर बैठ गया है। तो क्या लोगों को डरने की आवश्यकता है। जी नहीं क्योंकि जितने मरीज रोज प्रभावित हो रहे है उतने तो नहीं लेकिन कुछ मरीज अपने सावधानियों की वजह से इस घातक वायरस से बच भी जा रहे है। ऐसी स्थिति में डरने की बजाए अगर आप सावधान रहेंगे तो ज्यादा बेहतर होगा।

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आपको बता दें कि दुनिया के कई देशों में लाखों की संख्या में लोग कोरोना का शिकार हुए हैं और हर रोज हजारों की संख्या में मर रहे हैं। इटली, अमेरिका, स्पेन, चीन आदि देशों में कोरोना वायरस की वजह से स्थितियां बदतर हो गई हैं। लेकिन भारत में ये वायरस अन्य देशों की अपेक्षा काफी देरी से आया है। इसलिए भारत सरकार और तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे लेकर अच्छी खासी तैयारी में थे। यही कारण है कि 135 करोड़ की आबादी वाले देश में अभी तक कोरोना वायरस के पीड़ितों की संख्या लगभग 9000 हुई है, जबकि इनमें से 857 मरीजों को पूरी तरह ठीक करके घर वापस भी भेज दिया गया है।

कोविड-19 को ठीक किया जा सकता है

एक अफवाह और भ्रम जो लोगों के बीच इस समय सबसे ज्यादा फैला हुआ है, वो ये है कि कोरोना वायरस को ठीक नहीं किया जा सकता है और इसकी चपेट में आने वाले लोगों की मौत निश्चित है। ये बात पूरी तरह भ्रम है और इसमें तनिक भी सच्चाई नहीं है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कोई दवा नहीं बनाई जा सकी है। मगर इसकी चपेट में आए लोगों को सामान्य इलाज के द्वारा और थोड़े दिन आइसोलेशन में रखकर बिल्कुल ठीक किया जा सकता है। दुनियाभर में अभी तक कोरोना वायरस के 18 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से लगभग 4 लाख 23 हजार लोगों को पूरी तरह ठीक कर लिया गया है और अब वे अपने-अपने घरों में सामान्य जीवन जी रहे हैं। अच्छी बात ये है कि चीन, इटली, स्पेन, ईरान और अमेरिका जैसे देशों की तरह भारत में कोरोना वायरस कम्यूनिटी लेवल पर नहीं पहुंचा है। यही कारण है कि जहां दूसरे देशों में लोग लाखों की संख्या में इस वायरस की चपेट में आए हैं, वहीं भारत में अभी एक हजार के लगभग ही एक्टिव मामले सामने हैं।

किन्हें बरतनी है ज्यादा सावधानी?

कोरोना वायरस से चिंतित होने की जरूरत उन लोगों को है, जो पहले ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित चल रहे हैं, जैसे- कैंसर, एड्स, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि। ऐसे लोगों के शरीर की इम्यूनिटी सामान्य लोगों से कमजोर होती है, इसलिए इन्हें विशेष सावधानी की जरूरत है। किसी बीमारी से पीड़ित चल रहे लोगों को एहतियात के तौर पर ये हिदायत दी जाती है कि वे जरूरी न हो तो यात्रा न करें और भीड़-भाड़ वाली जगह पर न जाएं। अपने हाथों को साबुन से बार-बार धोते रहें और अगर कहीं बाहर निकल रहे हैं, तो अपने साथ सैनिटाइजर रखें, ताकि नाक, मुंह और आंख पर हाथ लगाने से पहले हाथों को साफ किया जा सके।

देश भर से आ रही हैं अच्छी खबरें

कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोग अब ठीक होकर अपने-अपने घरों को लौटने लगे हैं। भारत के केरल में जिन 3 लोगों में कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला सामने आया था, उन्हें महीनों पहले ही ठीक करके डिस्चार्ज कर दिया गया था। दिल्ली में पहला और भारत में चौथा कोरोना वायरस का जो मरीज पाया गया था, उसे भी अब हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है और अब वो पूरी तरह ठीक है। इसी तरह राजस्थान में कुल 21 मरीजों को पूरी तरह ठीक किया जा चुका है। यूपी में 46 मरीजों को और हरियाणा में 29 और महाराष्ट्र में 217 मरीजों को पूरी तरह ठीक किया जा चुका है।

ये आंकड़े स्वयं बता रहे हैं कि कोरोना वायरस को थोड़े दिनों में पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप लापरवाही बरतें। अच्छा तो यही होगा कि आप हर तरह से सावधानी बरतें, ताकि इस वायरस की चपेट में न आएं।

 

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